ताउम्र दुआ किया करते हैं ....
कुछ उनकी खूबसूरती पे दिलों जान से मरा करते हैं ,
कुछ नेह से सदा
उनका माथा चूमा करते हैं .
कुछ दूर से देख
उन्हें , आहें भरा
करते हैं ,
कुछ छिपा के डायरी में उनकी तस्वीर रखा करते हैं ।.
कुछ उनके नाम
की माला जपा
करते हैं ,
कुछ उनके नाम पे
‘मीनू’ गज़ल लिखा करते
हैं ।
कुछ उनको चाँद समझ कर देख
लिया करते हैं ,
कुछ उन्हें पुष्प मान
अहसास किया करते हैं ।
कुछ नैनों में बसा उनके स्वप्न
देखा करते हैं ,
कुछ वे जो उन पर ‘किताब’ लिखा
करते हैं ।
कुछ उन्हें दिल में बसा
दूर ही रहा करते हैं ,
कुछ उनकी शान से चर्चा ए-आम किया करते हैं ।
कुछ उनका नाम शमां से जोड़
लिया करते हैं,
कुछ उनके नाम पे हर रोज़ ज़ाम पिया करते हैं ।
कुछ उनके कदमों के निशां पे चला करते हैं ,
कुछ अपनी रूह में उन्हें
बसाया करते हैं ।
कुछ उन्हें अपना कर सम्मान दिया करते हैं
,
कुछ उनकी सलामती की ताउम्र दुवा किया करते हैं ।
मीनाक्षी श्रीवास्तव
15/ 01/ 2014
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