श्री कृष्ण जन्मोत्सव पावन पर्व पर ....
” घर घर में कान्हा की बंशी बजे , सबकी भव बाधा दूर करे ।
कहीं न कोई उदास रहे , सबके घर आनंद धूम रहे ।”
कहीं न कोई उदास रहे , सबके घर आनंद धूम रहे ।”
प्रभु गिरधर गोपाल का गुणगान …..
बालमुकुंद नंद्लाल गोपाला ,
हर लेते सबका संतापा ।
जिनके घर दधि माखन खाया ,
तिनके घर अति भण्डार भरा ।
बनके गौवन के रखवाला
,
मधुबन भ्रमै मुरलीवाला
।
खेल कूद बहु क्रीड़ा किया ,
सबको ‘निसचर’ से मुक्त किया ।
ग्वाल बालाओं के चीर चुराया ,
लोक लाज उनको समझाया ।
खुद अबलाओं को दिया सहारा ,
जग में उनका मान बढ़ाया ।
गुरु, मात पिता सत्कार दिया ,
दाऊ , सखा अति प्रेम किया ।
मैं - माया का भय भ्रम तोड़ा ,
अर्जुन को ‘परम ज्ञान’ दिया ।
दीनन के हरि दीन दयाला ,
शरणागत को तारनहारा
।
हे नारायण ! विनय सुनना ,
हम सब पर अपनी कृपा करना ।
हे गोविंद ! हे गोपाल !
हरे कृष्णा हरे हरे ! !
श्री राधे कृष्ण की जय !!
मीनाक्षी श्रीवास्तव
25-08-2016