तेरी याद ने दिल के तारो को झनझना दिया ,
भीनी सी खुशबू ने दिल को चमन बना दिया .तेरी याद ने ........
तनहा थी मैं तुम दूर थे ,
मुरमुरी सी अंगरे ने तुम को करीब ला दिया. तेरी याद ने ........
हर शाम की तन्हाई ने ,
दीये की जलती लौ ने मुझको शमा बना दिया . तेरी याद ने..........
मौसम बने नए साल भी
मीठी सी बयार ने, मुझे रहगुजर बना दिया . तेरी याद ने ........
Tuesday, February 23, 2010
Saturday, February 20, 2010
kya ab hum kitaben kam parhte hai?
किताबे पढ़ने की प्रवति कम हो गई है या रूचि कम हो गई है अथवा यूँ कहें की अब हम पहले की तरह किताबो में नहीं दूबतें
हाँ, ये सुच है की एल्क्ट्रोनिक क्रांति ने हमारे जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन किए हैं :जो किसी सीमा तक तो अच्छे हैं और बुरे भी:जैसा हरकिसी चीज के दो अच्छे बुरे पहलू होतें हैं.ठीक वैसे.परन्तु जब किसी चीज के अच्छे पहलु कम और बुरे पहलू अधिक होने लगे तो वह वस्तु हमारे जीवन को,समाज को,देश-विदेश-दुनियां-जहान को प्रभावित करती है.
हाँ, ये सुच है की एल्क्ट्रोनिक क्रांति ने हमारे जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन किए हैं :जो किसी सीमा तक तो अच्छे हैं और बुरे भी:जैसा हरकिसी चीज के दो अच्छे बुरे पहलू होतें हैं.ठीक वैसे.परन्तु जब किसी चीज के अच्छे पहलु कम और बुरे पहलू अधिक होने लगे तो वह वस्तु हमारे जीवन को,समाज को,देश-विदेश-दुनियां-जहान को प्रभावित करती है.
Friday, February 19, 2010
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