१- हर पल याद रहे क़ि प्रभु हमारे साथ है.
२- प्रभु क़ि कृपा से ही हमें सारे सुख,मान सम्मान,मिलता है.
३- इन्ही की कृपा से हम सारी मुसीबतों,दुविधा से बच सकते है.
४- ईश्वर क़ि कृपा से हम सदबुद्धि, बल तथा सफलता के शिखर पे पहुँच पाते है.
५- वही हमारे सारे काम बनता है ; हमारी मेहनत बिना उसकी कृपा के फलीभूत नहीं हो सकती है.
६- यहाँ तक क़ि वही हमारे खूबसूरत रंग-रूप को भी बनाने वाला है.
७- वही हमारी हर प्रकार से रक्षा करने वाला है; अर्थात प्रभु ही हम सबके माता-पिता हैं ;जैसा क़ि शायद हम सभी जानते तो हैं पैर भूले रहते हैं.
आज भी भले विज्ञान कहीं परभी क्यों न पहुंचा हो फिर भी उस अद्वतीय शक्ति स्वरुप परमात्मा से हारा है ;कब क्या से क्या हो जाए ;एक अनजान सा भय सभी को खाए रहता है .
अतः हम सभी को उस परम दिव्य परमात्मा की शरण में रहना चाहिए हर पल उसका चिंतन कर अपने
प्रति हुए सभी सुखों , सभी श्रेष्ठ बातों के लिए धन्यवाद देते रहना चाहिए . प्रभु की सदा सुखदाई शुभ कृपा
हम सब पर बनी रहें ;साथ ही हमें भी वो अपनी पवित्र भक्ति से , दया से सदा भरपूर बने रखें .
मीनाक्षी श्रीवास्तव
Tuesday, May 11, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
"हम सभी को उस परम दिव्य परमात्मा की शरण में रहना चाहिए हर पल उसका चिंतन कर अपने प्रति हुए सभी सुखों, सभी श्रेष्ठ बातों के लिए धन्यवाद देते रहना चाहिए. प्रभु की सदा सुखदाई शुभ कृपा हम सब पर बनी रहें; साथ ही हमें भी वो अपनी पवित्र भक्ति से, दया से सदा भरपूर बने रखें"
ReplyDeleteसाधुवाद